UP BED GOOD NEWS- उत्तर प्रदेश के लाखों बीएड (B.Ed) छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) में प्रवक्ता (Lecturer) बनने का रास्ता उनके लिए खुल चुका है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने GIC शिक्षक भर्ती के नियमों में अहम बदलाव करते हुए B.Ed डिग्री धारकों को भी पात्रता प्रदान कर दी है।
यह बदलाव शिक्षा जगत में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है, जिससे हजारों युवाओं को सरकारी शिक्षक बनने का मौका मिलेगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि नया नियम क्या है, कौन आवेदन कर सकता है, और योग्यता क्या होगी।
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🏫 GIC प्रवक्ता पद क्या है?
GIC यानी राजकीय इंटर कॉलेज, राज्य सरकार द्वारा संचालित वे विद्यालय हैं जहाँ कक्षा 11वीं व 12वीं तक की पढ़ाई होती है। इन कॉलेजों में विभिन्न विषयों के लिए प्रवक्ताओं की नियुक्ति की जाती है, जैसे:
- हिंदी
- अंग्रेज़ी
- गणित
- जीवविज्ञान
- रसायन विज्ञान
- भौतिक विज्ञान
- इतिहास
- भूगोल
- राजनीति शास्त्र आदि।
इन पदों के लिए चयन प्रक्रिया UPPSC द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से होती है।
UP BED मे पहले क्या नियम था?
UPPSC यानी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से GIC (राजकीय इंटर कॉलेज) में प्रवक्ता की भर्ती के लिए जो नियम बनाए गए थे, उनमें केवल वही अभ्यर्थी पात्र माने जाते थे जिनके पास:
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में मास्टर डिग्री (Post Graduation) हो
और साथ ही - LT ग्रेड डिप्लोमा या M.Ed डिग्री हो
➡️ B.Ed डिग्री को इस पात्रता में स्वीकार नहीं किया गया था। यानी यदि किसी के पास B.Ed है और LT या M.Ed नहीं है, तो वह आवेदन नहीं कर सकता था।
⚙️UP BED मे अब नियम में क्या बदलाव किया गया है?
2025 से UPPSC ने B.Ed को भी शिक्षण योग्यता के रूप में स्वीकार कर लिया है। यानी अब यदि किसी उम्मीदवार के पास:
- Post Graduation है
और - B.Ed / LT डिप्लोमा / M.Ed में से कोई एक डिग्री है
तो वह GIC Lecturer (प्रवक्ता) भर्ती में आवेदन कर सकता है।
✅ यह बदलाव शिक्षा विभाग और आयोग द्वारा साझा सहमति के बाद किया गया है ताकि B.Ed छात्रों को भी बराबर अवसर मिल सके।
📜 यह बदलाव किस नियम के तहत किया गया?
यह बदलाव UPPSC के सेवा नियमावली (Service Rules) में संशोधन (Amendment) के जरिए किया गया है:
- पहले की सेवा नियमावली के अनुसार GIC शिक्षक के लिए “ट्रेनिंग क्वालिफिकेशन” में सिर्फ LT या M.Ed लिखा हुआ था।
- संशोधित नियम में इसे बदलकर “Recognized Teaching Training Qualification such as B.Ed / LT / M.Ed” कर दिया गया है।
👉 मतलब अब B.Ed भी एक मान्य शिक्षण प्रशिक्षण योग्यता है।
🎯 क्यों जरूरी था यह बदलाव?
- राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा मान्यता प्राप्त B.Ed डिग्री को पूरे देश में शिक्षण के लिए वैध माना गया है।
- KVS, NVS, DSSSB, UPTET/CTET जैसी तमाम परीक्षाओं में B.Ed को मान्यता है।
- UP में लाखों छात्र हर साल B.Ed करते हैं लेकिन उन्हें GIC जैसी प्रतिष्ठित सरकारी नौकरियों से बाहर रखा गया था।
इसलिए अब GIC भर्ती में B.Ed धारकों को शामिल करना न्यायोचित और तर्कसंगत कदम है।
📌UP BED जरूरी बातें संक्षेप में:
आवश्यकता | विवरण |
---|---|
OFFICIAL WEBSITE | https://gicre.in/ |
शैक्षणिक योग्यता | संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन (50% या अधिक) |
शिक्षण प्रशिक्षण | B.Ed / LT / M.Ed (कोई एक) |
आयु सीमा | 21 – 40 वर्ष (आरक्षण के अनुसार छूट) |
चयन प्रक्रिया | प्रारंभिक परीक्षा + मुख्य परीक्षा + साक्षात्कार |
लागू वर्ष | GIC Lecturer Recruitment 2025 से |
✅ UP BED शैक्षणिक योग्यता क्या होगी?
अब नए नियमों के अनुसार निम्नलिखित योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी आवेदन के पात्र होंगे:
✏️ अनिवार्य योग्यता:
- मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन (Master’s Degree)
न्यूनतम 50% अंक के साथ। - शिक्षण प्रशिक्षण योग्यता (कोई एक):
- B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन)
- LT डिप्लोमा
- M.Ed (मास्टर ऑफ एजुकेशन)
- उम्र सीमा:
न्यूनतम आयु: 21 वर्ष
अधिकतम आयु: 40 वर्ष (आरक्षित वर्ग को छूट मिलेगी)
🎯 किसे होगा सबसे अधिक लाभ?
- वे अभ्यर्थी जिन्होंने B.Ed किया है लेकिन M.Ed या LT डिप्लोमा नहीं है
- जो छात्र वर्षों से UP GIC शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे थे
- जिनका विषय पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर मजबूत है
अब ऐसे उम्मीदवार भी सरकारी कॉलेज में प्रवक्ता बनने का सपना पूरा कर सकेंगे।
📅 तैयारी कैसे करें?
अब जब दरवाज़ा खुल चुका है, तो आप अपनी तैयारी को बेहतर दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं:
- UPPSC द्वारा जारी GIC Lecturer सिलेबस को अच्छे से समझें
- संबंधित विषयों की गहराई से पढ़ाई करें
- सामान्य अध्ययन, शिक्षा शास्त्र और शिक्षण विधियों का अभ्यास करें
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट लगाते रहें
📝 निष्कर्ष
UP B.Ed छात्रों के लिए GIC नियमों में हुआ यह बदलाव एक सुनहरा अवसर है। अब सरकारी शिक्षक बनने के इच्छुक B.Ed धारकों के लिए राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता बनने का रास्ता खुल चुका है। इससे शिक्षा क्षेत्र में समान अवसर मिलेगा और योग्य युवाओं को सम्मानजनक करियर बनाने का मौका मिलेगा।
👉 अगर आपने B.Ed किया है और आपका विषय मजबूत है, तो यह मौका आपके लिए है। तैयारी शुरू करें और अपने लक्ष्य को हासिल करें।